ग्राम पंचायत में पत्थर डलवाने के नाम पर निकल गए लाखों रुपये
1 min readमिश्रित। विकासखंड मिश्रित ब्लॉक सीतापुर के तहसील व विकास खण्ड मिश्रिख की ग्राम पंचायत नरसिंघौली में बीते समयाअंतराल के दौरान पत्थर पचवाई के नाम पर किए गए सरकारी धनराशि भुगतान में भारी गड़बड़ घोटाला किये जाने के संकित झलक रहे हैं मजेदार बात तो यह है को पत्थर पथवाई के नाम पर सामग्री खरीद के लिए डेढ़ लाख से अधिक की धनराशि का बिल भुगतान किसान मशीनरी स्टोर को जहां पर किया गया है वही प्रधान वेद प्रकाश के नाम भी 22 हजार 400 रुपए से अधिक धनराशि का भुगतान किया जाना कुछ और ही संकेत दे रहा है।ग्राम पंचायत में पौने दो लाख रुपए बीते समय में व्यय किए गए हैं आखिरकार इतनी बड़ी रकम से पायवाए गए पत्थर कहां डाले गए हैं प्रशासन के लिए जांच का एक गंभीर विषय उत्पन्न करता है एक तरफ प्रदेश सरकार हर मामले में जीरो टारलेंस की बात कह रही है लेकिन विपरीत इसके मिश्रिख ब्लाक की ग्राम पंचायत नरघौली में पत्थर पथवाई के मामले में कुछ अलग ही कहानी कह रही है इस कार्य की कार्य आईडी संख्या 55515 203 के माध्यम से किया गया 1 लाख 74 हजार 900 रुपए का बिल बड़े गड़बड़ घोटाले की तरफ संकेत दे रहा है इस कार्य में मजेदार बात तो यह है कि नालियों आदि पर डाले जाने वाले पत्थरों की पथवाई में सीमेंट सरिया मिट्टी मौरंग आदि का प्रयोग होता है। लेकिन इस ग्राम पंचायत में पत्थर पथ वाई के नाम पर किसान मशीनरी स्टोर से पता नहीं कौन सी सामग्री खरीदी गई जिसका प्रयोग नालियों आदि पर डाले जाने वाले पत्थरों में किया गया प्रकरण में सर से बड़ी आंख वाली कहावत इस बात से चरितार्थ होती है कि 1 लाख 52 हजार 500 रुपये की सामग्री किसान मशीनरी स्टोर से खरीदी गई जिसका प्रयोग पत्थर पाधने में किया गया इतना ही नहीं प्रधान वेद प्रकाश के नाम भी 22 हजार 400 रुपये का भुगतान किया जाना प्रस्तुत बिल में उल्लिखित है पता नहीं इस धनराशि का प्रधान ने किस कार्य में कहां उपयोग किया इस तरह ग्राम पंचायत नर्सिंघौली में पत्थर पथवाई के नाम पर प्रधान सहित ब्लॉक के जिम्मेदारों द्वारा व्यय की गई उपरोक्त भारी भरकम धनराशि कुछ अलग ही संकेत दे रही है जिसकी तरफ प्रदेश शासन और जिला प्रशासन को गंभीरता से जांच कराने की आवश्यकता है ताकि पत्थर पथवाई की सारी हकीकत खुलकर सबके सामने आ सके।