कोटेदार के आवास पर किया गया इफ्तार का आयोजन
1 min readरिपोर्ट – ब्यूरो चीफ बलरामपुर
मुल्क के आमन चैन के लिए हाथ उठाकर मांगी गई दुआएं
उतरौला तहसील क्षेत्र के ग्राम बेलई बुजुर्ग में कोटेदार द्वारा अपने आवास पर रोजा इफ्तार का आयोजन कराया गया। जिसमें सैकड़ों रोजेदारों ने शिरकत कर रोजा इफ्तार किया। रोजा इफ्तारी से पहले सभी रोजेदारों ने अल्लाह तबारक व ताला के बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क की अमनचैन के लिए दुआएं मांगी। मगरिब की अजान सुनकर सभी रोजेदारों ने एक साथ रोजा इफ्तार किया। कोटेदार द्वार ने कहा कि इस्लाम धर्म के मानने वाले लोग अपने रब की इबादत के लिए भूखे प्यासे रहकर रोजा रख रहे हैं। रमजान-उल-मुबारक का यह पाक महीना रहमतों व बरकतों से भरपूर है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है। अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है। कहा कि रोजेदार को रोजा इफ्तार कराना सवाब है। कहा कि हदीस में है कि अगर कोई शख्स किसी के साथ इफ्तार में शामिल होता है, तो उसे भी उतना ही सवाब मिलता है। एक हदीस में आया है है कि “जिस शख्स ने किसी रोजेदार को भरपेट खाना खिलाया, अल्लाह पाक कयामत के दिन उसे ऐसा शरबत पिलाएगा कि उसे कभी प्यास नहीं लगेगी। एक सहाबी ने पैगम्बर मोहम्मद सल्ल. से पूछा कि “या रसूलल्लाह! अगर किसी शख्स के पास इतना माल या खाना न हो जिससे वह किसी को अच्छे से रोजा इफ्तार न करवा सके उस सूरत में क्या वह भी उतने ही सवाब का हकदार होगा? आप स0 ने फरमाया यह सवाब तो उसे भी मिलेगा जिसने एक खजूर या एक घूंट पानी से किसी रोजेदार को रोजा इफ्तार करवाया हो। मैनुद्दीन खां उर्फ नागर दादा ने कहा कि इस प्रकार के इफ्तार आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। रोजा इफ्तार आयोजन कर्ता कोटेदार सलीम खां अल्लन खां शहंशाह खां जीशान खां अब्दुल्ला खां रिजवान खां शादाब खां अनस मुनीश अदनान मुबीन गुफरान अरशद करीम अफरीदी कासिम आदि लोग मौजूद रहे।