उतरौला में समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर फूटा था लोगों का गुस्सा
1 min readसंवाददाता – रक्षाराम यादव बलरामपुर
उतरौला।वी बाजार मामले में पुलिस अधीक्षक केशव कुमार द्वारा जारी किया गया बाइट से धार्मिक उलेमाओं एवं विभिन्न संस्थाओं के लोगों में उत्पन्न संशय /भ्रांतियां के संबंध में वार्ता करतीं अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव। वार्ता में मौजूद जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अख्तर रजा खान, गौसिया मस्जिद के इमाम मौलाना रेहान अहमद कादरी, चांद मस्जिद के इमाम मौलाना अतीबुर्रहमान, मस्जिद ए अबरार के इमाम मौलाना नूरुद्दीन इस्माईली, समाजसेवी मलिक एजाज अहमद, बहलोल आरिफ नियाजी, मोइन अख्तर सिद्दीकी, मोहसिन इदरीस खान, उतरौला विकास समिति के सचिव नुरुल्लाह खान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।शुक्रवार रात को उतरौला के श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे के पास स्थित एक मॉल में बिक रहे मैट पर समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल की फोटो छपी होने से लोग भड़क उठे। गुस्साए लोगों ने मॉल पर पथराव करते हुए जमकर नारेबाजी की। लोगों ने वहां काम करने वाले कर्मचारियों की पिटाई भी कर दी। गुस्साए लोगो को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं। पुलिस ने बाजार बंद करा दिया है। मौके पर कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई है। घटना शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे की है। लोग बताते है की उतरौला नगर में स्थित एक मॉल में लोग खरीदारी कर रहे थे। तभी समुदाय विशेष के लोगो ने देखा की वहां बिक रही मैट पर एक धर्मस्थल का चित्र बना हुआ है। जिसका वीडियो बनाकर कुछ लोगो ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना की सुचना पाकर मौके पर पहुंची उत्तरारीला पुलिस ने बजार से मेट मैट को जब्त कर लोगों को समझा बुझा कर वापस कर दिया। रात साढ़े नौ बजे के करीब सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए औरपथराव शुरू कर दिया। लोगो ने नारेबाजी करते हुए कर्मियों की पिटाई कर दी। आक्रोशित लोगो को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं। मार्केट बंद करा दी। साथ ही लोगो को बाहर निकलने से मना कर दिया गया है।घटना स्थल पर पहुंची अपर पुलिस अधीक्षक नम्रता श्रीवास्तव ने बताया की स्थिति नियंत्रण में है। दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस ने कई लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहीं है। हालाकि शूक्रवार को हुई घटना में लोग पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहते दिखे कि प्रभारी निरीक्षक संजय दूबे के सूझ बूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया।जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।