Rashtriye Samachar

24 X 7 ONLINE NEWS

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ के मद्देनजर जनपद स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक सम्पन्न

1 min read

रिपोर्ट -राम चरित्र वर्मा

जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को लू एवं सूखा प्रबंधन के लिए पहले से तैयारी एवं प्रभावी कार्यवाही के दिए निर्देश

बलरामपुर।शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अरविन्द सिंह की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ के मद्देनजर जनपद स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक आयोजित हुई जिसमें जिलाधिकारी ने सभी संबन्धित विभागीय अधिकारियों को उनके विभाग से सम्बन्धित तैयारियों को बाढ़ से पहले पूर्ण कर लेने के साथ ही लू एवं संभावित सूखे से बचाव के लिए तैयारियां एवं प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए।अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड जेके लाल द्वारा बताया गया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए बाढ़ खण्ड द्वारा वर्तमान में 05 बाढ़ निरोधक कार्य कराये जा रहे हैं।जिलाधिकारी ने एक्सईएन बाढ़ खण्ड को निर्देशित किया कि वे एमएलटीडी तटबंध के निर्माण कार्य कटान के संवेदनशीलता के आधार पर स्थानों का चिन्हांकन करते हुए जून माह से पहले हर हाल में पूरा करायें तथा निर्माणाधीन परियोजनाओं को आगामी 20 मई तक पूणर्् कराकर रिपोर्ट दें। अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिए कि वे बाढ़ क्षेत्रों की सूची उनके बाढ़ खण्ड के अनुसार तैयार करा लें जिससे बाढ़़ के दौरान राहत कार्य पहुंचाने में दिक्तत न हो। निर्देश दिए कि बाढ़ खण्ड के अधिकारी ऐसे नालों का सर्वे करा लें जो कि जनपद में बाढ़ के कारक हैं। बैठक में जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर बाढ़, लू एवं सूखा प्रबंधन सम्बन्धी बैठक आयोजित कर अपने स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर लें तथा राजस्व, बाढ़खण्ड और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाकर अपने-अपने तहसील क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण करा लें ताकि बाढ़ से पूर्व कहां पर क्या करने की आवश्यकता है, इसके बारे में जानकारी हो सके और समय रहते तैयारी पूर्ण कराई जा सके। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया कि वे नालों का सत्यापन करा लें तथा यह सुनिश्चित करें कि बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मियों की तैनाती अनिवार्य रूप से हो। पीड़ितों एवं राहत कैम्पों में शु़द्व पेयजल मुहैया कराने के लिए उच्च स्थानों का चिन्हांकन कर नलों को उच्चीकृत कराने के निर्देश डीपीआरओ को दिए गए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़, लू से बचाव के दृष्टिगत जिला अस्पताल, महिला अस्पताल तथा समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पीएचसी पर सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं तथा वहां पर तैनात होेने वाली मेडिकल टीम के अलावा वहां के लेखपालों एवं पंचायत सचिवों को आवश्यक दवाओं के बारे मे जानकारी देने के साथ ही उन्हें कुछ दवाइयां उपलब्ध करा देगंें ताकि जरूरत पड़ने पर लेखपाल और सचिव सामान्य दवाइयां प्रभावितों तक पहुंचा सकें। सर्पदंश व रैबीज से बचाव के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में एन्टी स्नैक वेनम और एन्टी रैबीज इंजेक्शन की उपल्बधता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे पशुओं का सर्वे कराकर उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें। इसके अलावा बाढ़ के दौरान मवेशियों को उच्च एवं सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के लिए स्थल का चयन कर लें। पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बाढ़ प्रभावितों को दी जाने वाली सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता समय से सुनिश्चित कराएं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे टूटी हुई सड़कों का सर्वे कराकर उनकी मरम्मत बाढ़ से पहले करा ले जिससे बाढ़ के दौरान आवागमन की दिक्कत न होने पावे।बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रमोद कुमार, सीएमओ डॉ0 मुकेश रस्तोगी, एक्सईएन बाढ़ खण्ड जेके लाल, आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, बीएसए, डीपीओ, डीपीआरओ, डीआइओएस, डीएचओ, सीवीओ सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.