राजकीय हैडपंपों की हालत बदहाल,जिम्मेदार बने अनजान
1 min readसंवाददाता – राम चरित्र वर्मा
उतरौला(बलरामपुर )कभी सबसे शुद्ध पेयजल का स्रोत माना जाने वाला राजकीय हैंडपंप का पानी अब कोई पीना नहीं चाहता है। क्योंकि अब अधिकतर हैंड पंप मरम्मत वह देखभाल के अभाव में खराब हो चुके हैं। और जो हैंडपंप चल रहे हैं उसमें से पीला व बदबूदार दूषित पानी निकल रहा है। जिस कारण अब लोग हैंडपंप का पानी पीने से कतरा रहे हैं। मई लगते ही मौसम ने अपना मिजाज बदल लिया है। यूं कहें कि भीषण गर्मी की पड़ रही है लोगों को बार बार प्यास की तलब होने लगी है। लेकिन ग्रामीण अंचलों सहित उतरौला नगर के अधिकांश खराब पड़े हैंडपंप लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते गांव सहित नगर में अनेक इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं, इस कारण लोगों को पेयजल की दिक्कत हो रही है। आम जनता को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है। हासिम पारा गन्ना क्रय केन्द्र पर लगा एकमात्र राजकीय हैंड पंप पिछले कई महीनों से खराब होने के कारण लोगों को पानी के लिए बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।ग्राम टेढ़वा तप्पा बांक एस्सार पेट्रोल पंप के सामने लगा हैंडपंप पिछले काफी दिनों से खराब पड़ा है। ग्रामवासी बरकत खान सफातुल्रा, रमजान, जितेंद्र राहुल आदि ने हैंडपंप ठीक कराने की मांग की है।पुलिस चौकी हुसैनाबाद ग्रिण्ट के पास लगा राजकीय हैंडपंप पिछले कई महीनों से खराब पड़ा है। इसी स्थान पर प्रत्येक सोमवार को हाट बाजार लगता है बाजार में खरीदारी करने आए हुए लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।हुसैनाबाद के ही शमशान घाट पर लगा राजकीय हैंडपंप कई महीने से खराब है। दाह संस्कार करने वाले लोगों को स्नान करने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
ग्राम पकड़ी भुवारी दुर्गा माता मंदिर के पास लगा राजकीय हैंडपंप जमींदोज होने के कगार पर है जिससे मंदिर पर पूजा पाठ करने वाले लोगों को पानी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।ग्राम मुसाहिबगंज मस्जिद के पास लगा राजकीय हैंडपंप पिछले कई महीनों से खराब पड़ा है। जिससे नमाजियों को पानी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।उतरौला नगर में यूं तो दो दर्जन से अधिक इंडिया मार्का हैंडपंप हैं। इनमें कई तो गायब हो गए हैं और कई मामूली कमियों के कारण खराब पड़े हैं। लोगों की लगातार शिकायतों के बावजूद ठीक करने का कोई प्रयास नहीं किया जाता। जल निगम के कर्मचारी कागजों में ही खानापूर्ति कर नलों को ठीक करके चले जाते हैं। पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास टैक्सी स्टैंड पर लगा हैंडपंप के चबूतरे पर गंदगी, घास फूस, कूड़ा कचरा के चलते इसका पानी कोई भी पीना नहीं चाहता है। एसबीआई, प्रथमा, सहकारी व सहारा इंडिया बैंक के सामने सड़क पर लगा इंडिया मार्का हैंड पंप जंग खाकर टूट चुका है। अब यहां कोई हैंडपंप नहीं है। बैंक आने वाले ग्राहकों को पेयजल के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी प्रकार चांद मस्जिद के बाहर लगा हैंड पंप पीला पानी उगल रहा है। मुहल्ला आर्य नगर व गांधीनगर स्थित काशीराम कॉलोनी में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप से भी पीला पानी निकल रहा है। जिससे कॉलोनी वासियों को पेयजल के लिए डब्बा बंद पानी खरीदना पड़ रहा है। दरगाह शाहजहानी, बाबा मोटे शाह, चुन्नू बाबा, बैरिया शाह व करबला पर लगा अधिकांश हैंडपंप या तो खराब है या गंदा पानी दे रहा है। जो नल ठीक हैं वह कम गहराई होने के कारण या तो पानी कम दे रहा है या फिर दूषित पानी दे रहे हैं। विभागीय कर्मी या ठेकेदार एक बार नल लगाने के बाद कभी पलटकर नहीं देखते, जबकि अधिकतर नल लगने के कुछ समय बाद ही खराब हो जाते हैं। नगर वासियों का कहना है कि इंडिया मार्का हैंडपंप खराब होने की शिकायत कई बार विभाग को की है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जाता है। वार्डों में कई खराब हैंडपंप हैं। जल निगम के अधिकारी या कर्मचारी कभी इन्हें ठीक करने का प्रयास ही नहीं करते। लोगों को पेयजल के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।