इलाज के अभाव में मौत के इंतजार में गौ माता
1 min readरिपोर्ट- शैलेन्द्र सिंह पटेल
मवई, अयोध्या। बहापुर मजरे भवानीपुर में एक लावारिस गाय लगभग एक सप्ताह से जिंदगी और मौत से जूझ रही है। जिसका हाल खबर लेने वाला कोई नही है।स्थानीय निवासियों ने मानवता वश बेचारी बीमार गाय को चारा व पानी खिलाया है। फिलहाल गौमाता को इलाज की सख्त आवश्यकता है। प्रशासन से निवेदन है कि इस गाय का इलाज व इसे रहने के लिए गौशाला में प्रबंध कराएं।प्रतिदिन शाम होते ही लगभग 100 से अधिक छुट्टा जानवरों का झुंड गढ़हागाँव-भवानीपुर मार्ग के किनारे इमली के पेड़ के नीचे इकठा होता है और रात होने का इंतजार करता है।जैसे जैसे रात बढ़ती है वैसे वैसे ये छुट्टा जानवर खेतों की तरफ अपनी पेट की आग बुझाने के लिए चल देते हैं। जिस भी खेत में जाते हैं उसे चर के सफाचट कर देते हैं।किसान फसलों को बचाने के लिए दिन रात रखवाली करते हैं फिर भी मौका पाकर उनका खेत चर ही जाता है। जबकि सरकार गौशाला के रखरखाव व पशुओं के चारा-इलाज के पर्याप्त धन मुहैया कराती है। इसके बावजूद जिम्मेदार कर्मी सरकार के मंसूबों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ये जानवर ऐसे ही लावारिस नही होते बल्कि इनका दूध दुहकर कुछ पशुपालक ऐसे ही छुट्टा छोड़ देते हैं।किसानों,ग्रामवासियों द्वारा विरोध करने पर कुछ पशुपालक लड़ाई झगड़े पर भी उतर आते हैं। इन्हें न तो पुलिस का डर है और न ही प्रशासन का सरकार व प्रशासन से निवेदन है कि इस गाय को समुचित इलाज व गौशाला में रहने की व्यवस्था करें।
इसके साथ ही साथ ग्रामसभा स्तर पर गौशालाओं की व्यवस्था करें।